चल पड़े थे उस सड़क पे, जहाँ पे सुकून था, चल पड़े थे उस सड़क पे, जहाँ पे सुकून था,
तो क्या बात है...! तो क्या बात है...!
तलवार की धार। तलवार की धार।
हमने दुनिया के गम उठाए हैं...। हमने दुनिया के गम उठाए हैं...।
यथार्थ...। यथार्थ...।
एक गुज़ारिश...। एक गुज़ारिश...।